जय मुनिसुव्रतनाथ स्वामी-१

जय मुनिसुव्रतनाथ स्वामी, प्रभु मुनिसुव्रतनाथ स्वामी ।

भक्ति भाव से प्रणमु तुमको, जय अन्तरयामि ।

जय मुनिसुव्रतनाथ स्वामी ।।


राजगृही में जन्म किया प्रभु , आनन्द भयो भारी ।

सुर नर मुनि गुण गाये तिहारी, आरती करी थारी ।

जय मुनिसुव्रतनाथ स्वामी ।।१।।


पिता तिहारे सुमित्र राजा , शामा के जाया ।

श्याम वर्ण मूरत तेरी हैं, पैठण अतिशय दर्शाया ।

जय मुनिसुव्रतनाथ स्वामी ।।२।।


जो ध्यावे सुख पावे सब ही , सब संकट को दूर करे ।

मंवांचित फल पावे सब ही , जो प्रभु चरण हरे ।

जय मुनिसुव्रतनाथ स्वामी ।।३।।