जय जिनवाणी माता, रख लाज हमारी।
जय जिनवाणी ।।
आज सभा में मैया तोहे पुकारू ।
आज सभा में तोहे पुकारू, जग की भाग्य विधाता ।
रख लाज हमारी, जय जिनवाणी ।।
आन के मेरे कंठ विराजो मैया ।
आन के मेरे कंठ विराजो, स्वर सरगम की गाथा ।
रख लाज हमारी, जय जिनवाणी ।।
शास्त्र ग्रंथो का बोध नहीं हैं मैया ।
शास्त्र ग्रंथो का बोध नहीं हैं, हमको कुछ नहीं आता ।
रख लाज हमारी, जय जिनवाणी ।।
योगेन्द्र सागर तुम्हे पुकारे मैया ।
योगेन्द्र सागर तुम्हे पुकारे, तुमको शीश नवाता ।
रख लाज हमारी, जय जिनवाणी ।।
जय जिनवाणी माता, रख लाज हमारी ।
जय जिनवाणी माता ।।